नज़रिया
आज शाम किसी के इंतज़ार में
समय काटने के लिए ' स्मार्ट ' फ़ोन निहार रहे थे ,
तभी दो बच्चे मस्ती में झूमते
साइकिल का एक बिगडा सा टायर घुमाते हुए गिर पडे
यहाँ गिरने में अफ़सोस नहीं, उठकर फ़िर दौड़ने का उमंग था
तभी ठीक उनके पीछे ,
कोटक महिंद्रा का बैंक दिखा
बाहर उसके एक पोस्टर था जिसपर एक महिला अपने गहनों पर हाथ फ़ेरे हुए थी
लिखा हुआ था , "लिव द प्रिविलेज्ड लाइफ ".
चलिए, चलता हूँ
कहते हैं पाँच रूपये में बगल वाली दुकान पर
चाय - बिड़ी अच्छी मिलती हैं ।
- Ambuj Singh
समय काटने के लिए ' स्मार्ट ' फ़ोन निहार रहे थे ,
तभी दो बच्चे मस्ती में झूमते
साइकिल का एक बिगडा सा टायर घुमाते हुए गिर पडे
यहाँ गिरने में अफ़सोस नहीं, उठकर फ़िर दौड़ने का उमंग था
तभी ठीक उनके पीछे ,
कोटक महिंद्रा का बैंक दिखा
बाहर उसके एक पोस्टर था जिसपर एक महिला अपने गहनों पर हाथ फ़ेरे हुए थी
लिखा हुआ था , "लिव द प्रिविलेज्ड लाइफ ".
चलिए, चलता हूँ
कहते हैं पाँच रूपये में बगल वाली दुकान पर
चाय - बिड़ी अच्छी मिलती हैं ।
- Ambuj Singh

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